Hindi vyakaran viram chino ka prayog – paribhasha

Advertisements

[vc_row][vc_column][vc_column_text] प्रिय पाठको,

आप की प्रतियोगी परीक्षा  की सफलता हेतु हमारी यह वेबसाइट अथक परिश्रम कर रही है ताकि आप अपने लक्ष्य को पा सकें । हम निरंतर आपके लिए हिंदी व्याकरण से संबंधित मुख्य नोट्स उपलब्ध करा रहे है।

आज हम जिस विषय को लेकर आपके समक्ष आए हैं वह है विराम चिन्हों का सही प्रयोग, अक्सर देखा गया है विराम चिन्हों की सही प्रयोग नहीं किया जाता आइए जानते हैं विराम चिन्ह क्या है –

विराम चिन्हों का प्रयोग

लिखित भाषा में विराम चिन्हों का प्रयोग बहुत ही जरूरी कहाँ जा सकता है की बीना विराम चिन्हों के यह लिखित भाषा  अधूरी है। इस लिए विराम चिन्हों का प्रयोग अनिवार्य है। यदि भाषा में विराम चिन्हों का उचित स्थान पर प्रयोग नहीं किया गया है, तो अर्थ स्पष्ट नहीं  हो सकेगा, हिन्दी में विराम चिन्हों का प्रयोग महावीर प्रसाद द्विवेवी की प्रेरणा से प्रारम्भ हुआ।

विराम  चिन्हों के प्रयोग की कतिपय सावधानियाँ

  1. पूर्ण विराम का प्रयोग तभी किया जाता है जब वाक्य अर्थ की दृष्टि से पूर्ण हो जाए।
  2. किसी भी संयोजक से पूर्व विराम का प्रयोग नहीं किया जाता।
  3. प्रश्नवाचक वाक्य वह होता है जिसमें किसी उत्तर की अपेक्षा की गई है, केवल प्रश्नवाचक शब्द देखकर वाक्य के अन्त में प्रश्नवाचक का प्रयोग करना ठीक नहीं है।
  4. अल्प विराम में कम ठहरना होता है, जबकि अर्द्धविराम में अधिक।
  5. सम्बोधन विस्मय, हर्ष , घृणा, भय, व्यंग्य आदि की सूचना देने वाले वाक्यों में विस्मयादिबोध चिन्ह का प्रयोग किया जाता है।
  6. योजक चिन्ह का प्रयोग दो शब्दों के सम्बन्ध को दिखाने हेतु किया जाता है। द्वन्द्व समास में इसका प्रयोग होता है साथ ही विपरीतार्थक शब्द जब एक साथ प्रयुक्त हों, तब बीच में योजक चिन्ह लगता है।
  7. जब लिखते समय कोई शब्द छूट जाता है, तो जिन दो शब्दों के बीच शब्द छूटा हो वहाँ हंसपद चिन्ह लगाकर उपर बीच में वह शब्द लिख दिया जाता है।

विराम चिन्ह भावाभिव्यक्ति को स्पष्ट कर अर्थ को मुखरता एवं स्पष्टता प्रदान करते हैं। इसलिए उनका प्रयोग आवश्यक है।

[WpProQuiz 35]

[WpProQuiz_toplist 35]

Please Share your score % in a comment below: 

[/vc_column_text][/vc_column][/vc_row][vc_row][vc_column][vc_text_separator title=”Top Quiz winner” i_icon_fontawesome=”fa fa-trophy” color=”juicy_pink” style=”shadow” add_icon=”true”][/vc_column][/vc_row]

24 thoughts on “Hindi vyakaran viram chino ka prayog – paribhasha”

Leave a Comment

This site uses Akismet to reduce spam. Learn how your comment data is processed.

प्रिय पाठको इस वेबसाइट का किसी भी प्रकार से केंद्र सरकार, राज्य सरकार तथा किसी सरकारी संस्था से कोई लेना देना नहीं है| हमारे द्वारा सभी जानकारी विभिन्न सम्बिन्धितआधिकारिक वेबसाइड तथा समाचार पत्रो से एकत्रित की जाती है इन्ही सभी स्त्रोतो के माध्यम से हम आपको सभी राज्य तथा केन्द्र सरकार की जानकारी/सूचनाएं प्रदान कराने का प्रयास करते हैं और सदैव यही प्रयत्न करते है कि हम आपको अपडेटड खबरे तथा समाचार प्रदान करे| हम आपको अन्तिम निर्णय लेने से पहले आधिकारिक वेबसाइट पर विजिट करने की सलाह देते हैं, आपको स्वयं आधिकारिक वेबसाइट पर विजिट करके सत्यापित करनी होगी| DMCA.com Protection Status