मैकेनिकल इंजीनियरिंग में क्या होता है ? इन हिंदी
मैकेनिकल इंजीनियर क्या काम करता है?
मैकेनिकल इंजीनियर कैसे बने? / मैकेनिकल इंजीनियरिंग कैसे करें ?
मैकेनिकल डिप्लोमा क्या है?
मैकेनिकल इंजीनियर्स के बढ़ते डिमांड की वजह से मैकेनिकल डिप्लोमा कोर्स बनाया गया है। जो मैकेनिकल इंजीनियरिंग का ही एक छोटा पार्ट होता है। मैकेनिकल डिप्लोमा 10th के बाद 3 साल का कोर्स और 12th के बाद 2 साल का कोर्स होता है। मैकेनिकल इंजीनियरिंग ये डिप्लोमा फुलटाइम, पार्ट टाइम या डिस्टेंस के तौर पर भी कराया जाता है। आप इसे किसी भी पॉलिटेक्निक कॉलेज से कर सकते है, मैकेनिकल डिप्लोमा में स्टूडेंट को बेसिक कांसेप्ट के तौर पर मशीन, इंस्ट्रूमेंट के डिजाइन, मैन्युफैक्चरिंग और रखरखाव से जुड़ी चीज सिखाई जाती है। मैकेनिकल डिप्लोमा में एडमिशन लेने के लिए कुछ राज्यों में एंट्रेंस एग्जाम देना पड़ता है और कुछ राज्यों में 10th में मिनिमम 55% मार्क्स होना जरूरी होता है।
मैकेनिकल इंजीनियरिंग सब्जेक्ट क्या-क्या है?
इंजीनियरिंग इंस्टिट्यूट में सभी इंजीनियरिंग ब्रांच की तरह मैकेनिकल इंजीनियरिंग की पढ़ाई भी सेमेस्टर वाइज होती है, 1 साल में 2 सेमेस्टर होता है जिसमें हर सेमेस्टर का एग्जाम सिलेबस अलग-अलग होता है। हर कॉलेज में लगभग हर सब्जेक्ट समान होते है, लेकिन कुछ कॉलेज में आपको कुछ एक्स्ट्रा सब्जेक्ट्स पढ़ने पड़ सकते हैं। आइये कुछ बेसिक सब्जेक्ट्स के बारे में जानते हैं :
इंजीनियरिंग मैकेनिक्स,
इलेक्ट्रॉनिक्स एंड इंस्ट्रूमेंटेशन,
थर्मल सिस्टम का कंप्यूटर एडेड डिजाइन
मैन्युफैक्चरिंग टेक्नोलॉजी,
इंडस्ट्रियल ड्राफ्टिंग एंड मशीन डिजाइन,
मेट्रोलॉजी एंड इंस्ट्रूमेंटेशन,
इंडस्ट्रियल इंजीनियरिंग एंड ऑपरेशन रिसर्च,
मैकेनिकल मेजरमेंट,
हिट एंड मैस ट्रांसफर
मैकेनिकल इंजीनियरिंग की कोर्स फीस कितनी है?
मैकेनिकल इंजीनियरिंग करने के बाद कौन सी जॉब्स मिलती है?
एक मैकेनिकल इंजीनियर की सैलरी कितनी होती है?
क्या ग्रेजुएशन के बाद मैकेनिकल डिप्लोमा कर सकते है?
जी हां, आप ग्रेजुएशन के बाद भी मैकेनिकल डिप्लोमा कर सकते हैं,लेकिन यहां आपको 10th या 12th के बेसिक मार्कशीट के आधार पर ही एडमिशन दिया जाएगा।
मैकेनिकल इंजीनियरिंग के लिए बेस्ट कॉलेज कौन सा है?
यदि आप B.Tech से मैकेनिकल इंजीनियरिंग करना चाहते हैं, तो भारत के सभी आईआईटी आपके लिए बेस्ट है, क्योंकि यहां से स्टूडेंट्स को बड़ी-बड़ी कंपनियों में प्लेसमेंट आसानी से मिल जाते हैं। B.Tech में मैकेनिकल इंजीनियरिंग करने के लिए आपको सेंट्रल लेवल के एंट्रेंस एग्जाम को क्लियर करना होगा और यदि आप मैकेनिकल इंजीनियरिंग में BE करना चाहते हैं तो आप अपने स्टेट के एंट्रेंस एग्जाम को अच्छे मार्क्स के साथ क्लियर करते है, तो आप अपने स्टेट के बेस्ट कॉलेज में एडमिशन ले सकते हैं।
मैकेनिकल इंजीनियरिंग करने के बाद सरकारी जॉब मिलेगी?
जी हां, मैकेनिकल इंजीनियरिंग करने के बाद आप कई सरकारी विभाग और सरकारी इंडस्ट्री में जॉब पा सकते हैं। इन सरकारी डिपार्टमेंट में टेक्निकल इंजीनियर, जूनियर इंजीनियर, असिस्टेंट इंजीनियर, सब- असिस्टेंट इंजीनियर, सीनियर इंजीनियर, एग्जीक्यूटिव इंजीनियर, सुपरिंटेंडेंट इंजीनियर और चीफ इंजीनियर जैसे कई पदों के लिए मैकेनिकल इंजीनियर की भर्ती की जाती है।
मैकेनिकल इंजीनियरिंग में डिग्री और डिप्लोमा कौन सा बेहतर है?
हमेशा से ही मैकेनिकल इंजीनियरिंग डिप्लोमा के कंपेयर में डिग्री को ही प्रीफेरेंस दिया गया है, इसलिए हर इंडस्ट्री में डिग्री वाले मेकेनिकल इंजीनियर को डिप्लोमा वाले मैकेनिकल इंजीनियर से हाई लेवल पर रखा जाता है। इसलिए पॉसिबल हो तो आप मैकेनिकल इंजीनियरिंग के डिग्री पर ही फोकस करें।
क्या 10th या 12th के बाद मैकेनिकल इंजीनियरिंग में डिप्लोमा कर सकते है?
जी हां, 10th या 12th पास करने के बाद आप मैकेनिकल इंजीनियरिंग में आसानी से डिप्लोमा कोर्स कर सकते हैं, लेकिन इसके लिए कम से कम आपके मार्क्स फिजिक्स, केमिस्ट्री और मैथ में 55% तक होने चाहिए।