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मदर ऑफ ऑल बम क्या है? करेंट अफेयर्स नोट्स
अमेरिका ने हल में ही दुनिया का सबसे शक्तिशाली परमाणु बम का परीक्षण किया जिस को मदर आँफ ऑल बम के नाम से जाना जा रहा है जिस का वास्तविक नाम (जीबीयू – 43) है। जो 21,000 पाउंड यानी 10 हजार किलो वजनीय हैं। माना जा रहा हैं कि यह दुनिया का सबसे बड़ा बम हैं। पेंटागन के प्रवक्ता के अनुसार इस बम को अफग़ानिस्तान में गिराया गया और इसे MC-130 एयरक्राफ़्ट के द्वारा गिराया गया। इस बम में 11 टन विस्फोटक भरा हुआ था और इस बम को बनाने में करीबन दो हजार करोड़ रूपए की लागत आयी हैं।
क्या है मदर आँफ आल बम :
- यह 10,000 किलोग्राम भार,30 फीट लंबा तथा 40 इंच चौड़ा है।
- इस में 11 टन विस्फोटक (टीएनटी) भारा जा सकता है।
- यह 1.6 किमी के दायरे में तबाही कर सकता है।
- इसे अमेरिका द्वार वर्ष 2002 में बनाया गया था। जो कि अलबामा स्थित एरोनाँटिक कंपनी डायनेटिकस ( Dynetics) द्वारा इराक युद्ध के लिए किया गया था।
- इसकी सबसे पहला परीक्षण 11 मार्च 2003 को किया गया था तब इस को फ्लोरिडा में गिराया गया था। तथा दूसरा परीक्षण 21 नवंबर 2003 को किया गया था।
- यह जीपीएस से लैस होता है और सटीक लक्ष्य पर पहुँचता है।
- यह ज़मीन से 1.8 मीटर उपर फटता है। और फटने के बाद उस क्षेत्र में ऑक्सीजन को खत्म कर देता है। जो सैकडों मीटर दूर तक लोगों का दम घुट सकता है।
- इस बम द्वारा उत्पन्न उच्च तापमान की तरंगे 1,60 किलोमीटर दूर तक पहुँचती है। इन तरंगें के रास्ते में जो कुछ भी अता है वह ध्वस्त हो जाता है।
क्या मदर आँफ आल बम विश्व का सबसे बड़ा परंपरागत बम है?
- नहीं,’ मैसिव ऑर्डनेन्स पेंटरेटर‘ नामक बम अमेरिका का सबसे बड़ा बम है जो कि ‘ मदर आँफ आल बम’ में उपस्थित विस्फोटक से दोगुना है।
- ‘मदर आँफ आल बम’ सतह पर चोट करते ही थोड़े समय में नष्ट हो जाता है तथा सुरंगे और गुफाएँ को ध्वस्त कर सकता है।
- मदर ऑफ़ आल बम के विपरीत ‘ मैसिव ऑर्डनेन्स पेंटरेटर का प्रभाव जमीन के नीचे गहराई तक पड़ता है तथा यह सेना के बंकरों को नष्ट करने मे सक्षम है।
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